किले हमारे देश के राजनीतिक विकास की ठोस विरासत हैं। इतिहास के मूर्त तत्व होने के अतिरिक्त, किले कभी किंवदंतियों और लोककथाओं के रूप में मौखिक परंपराओं के जन्मदाता भी रहे हैं। ये किंवदंतियाँ और किस्से जीत और हार की भावना, बहादुरी और बलिदान, तथा षडयंत्रों और साज़िशों के विषय में बताते हैं, जो कभी किलों की आकर्षक दुनिया की विशेषताएँ हुआ करती थीं।