Type: घन वाद्य
गेड़ी बाँस से निर्मित एक ठोस वाद्य यंत्र है। यह मध्य प्रदेश में पाया जाता है और जनजातियों के गेड़ी नृत्य नामक नाच में मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है।
Material: बाँस
पायदान के साथ बाँस का बना एक जोड़ी पैरबाँसा। इसे जनजातियों द्वारा गेड़ी नृत्य नामक नाच में मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है। हाथों में पकड़ा जाता है, नर्तक के पैर पायदान पर रखे जाते हैं (यह बाँस से बने होते हैं और पैरबाँसा के मुख्य ढाँचे से बँधे होते हैं)। इन्हें ज़मीन पर मारने पर, पदचालों पर बल देते हुए, यह सरल लयबद्ध धुन पैदा करते हैं। इस वाद्य यंत्र की लंबाई लगभग 122 सेंटीमीटर होती है।