Type: तत् वाद्य
गोटु वाद्यम एक तार वाद्य यंत्र है, जो कटहल की लकड़ी, तांबे और इस्पात से बनता है। यह पारंपरिक वाद्य यंत्र तमिलनाडु में पाया जाता है। दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत में इसे एकल वाद्य यंत्र के रूप में मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है।
Material: कटहल की लकड़ी, तांबा, इस्पात
बिना सारिकाओं का, खींचकर बजाया जाने वाला वाद्य यंत्र। अनुनादक और अंगुलिपटल (दाँडी) कटहल की लकड़ी से बनाया जाता है। पाँच मुख्य तार, दो कुंडलित तांबे तथा तीन इस्पात के तार, और तीन ड्रोन तार के साथ बारह इस्पात के अनुकंपी तार और एक अतिरिक्त अनुनादक। दाहिने हाथ की उंगलियों पर पहने गए मिजराव द्वारा तार खींचे जाते हैं जबकि वादक बाएं हाथ से ‘गोटु’ नामक लकड़ी के बेलनाकार टुकड़े की मदद से तान उत्पन्न करने के लिए तारों को रोकता है। दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत में एकल वाद्य के रूप में उपयोग किया जाता है।