Author: हैविल, ई.बी.
Keywords: भारतीय इतिहास, ब्रिटिश इतिहास, आर्यकरण, मुसलमान शासन, ब्रिटिश शासन, इतिहास
Publisher: मैकमिलन, लंदन
Description: यह भारत का इतिहास है जो भारतीय और अँग्रेज़ दोनों विद्यार्थियों के लिए है। इसे लिखने के समय, लेखक ने अनुभव किया कि भारतीय इतिहास प्रचार के लिए लिखा गया था और तर्क दिया कि इसके बजाय, इसे विश्व इतिहास के महानतम अध्यायों में से एक के रूप में सराहा जाना चाहिए। इस पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जहाँ पहला भाग "भारत का पहला आर्यकरण", महाकाव्यों, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और भक्ति संस्कृति के भारत को सम्मिलित करता है, और "मुसलमान शासन और आर्यों की वापसी" पर दूसरा भाग मुगल और ब्रिटिश काल का विवरण देता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हैविल, ई.बी. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:23:03Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:23:03Z |
dc.description | यह भारत का इतिहास है जो भारतीय और अँग्रेज़ दोनों विद्यार्थियों के लिए है। इसे लिखने के समय, लेखक ने अनुभव किया कि भारतीय इतिहास प्रचार के लिए लिखा गया था और तर्क दिया कि इसके बजाय, इसे विश्व इतिहास के महानतम अध्यायों में से एक के रूप में सराहा जाना चाहिए। इस पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जहाँ पहला भाग "भारत का पहला आर्यकरण", महाकाव्यों, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और भक्ति संस्कृति के भारत को सम्मिलित करता है, और "मुसलमान शासन और आर्यों की वापसी" पर दूसरा भाग मुगल और ब्रिटिश काल का विवरण देता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ill.;ix, 290p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मैकमिलन, लंदन |
dc.subject | भारतीय इतिहास, ब्रिटिश इतिहास, आर्यकरण, मुसलमान शासन, ब्रिटिश शासन, इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1924 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002504 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हैविल, ई.बी. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:23:03Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:23:03Z |
dc.description | यह भारत का इतिहास है जो भारतीय और अँग्रेज़ दोनों विद्यार्थियों के लिए है। इसे लिखने के समय, लेखक ने अनुभव किया कि भारतीय इतिहास प्रचार के लिए लिखा गया था और तर्क दिया कि इसके बजाय, इसे विश्व इतिहास के महानतम अध्यायों में से एक के रूप में सराहा जाना चाहिए। इस पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जहाँ पहला भाग "भारत का पहला आर्यकरण", महाकाव्यों, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और भक्ति संस्कृति के भारत को सम्मिलित करता है, और "मुसलमान शासन और आर्यों की वापसी" पर दूसरा भाग मुगल और ब्रिटिश काल का विवरण देता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ill.;ix, 290p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मैकमिलन, लंदन |
dc.subject | भारतीय इतिहास, ब्रिटिश इतिहास, आर्यकरण, मुसलमान शासन, ब्रिटिश शासन, इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1924 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002504 |
dc.format.medium | text |