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लाख डॉल: द डाईंग आर्ट

Domain:पारंपरिक शिल्पकारिता

State: पश्चिम बंगाल

Description:

"‘लाख डॉल: द डाईंग आर्ट’ नामक वीडियो पश्चिम बंगाल के बीरभूम, बांकुरा और पूर्वी मेदिनीपुर जिलों के कारीगरों द्वारा एक समय में लाख की गुड़िया बनाने की लुप्त कला का प्रलेखन है। फिल्म सनत दास गुप्ता द्वारा निर्देशित और नीलांजना विश्वास द्वारा वर्णित है। रंगीन गुड़ियाँ लाख के कीड़ों से प्राप्त प्राकृतिक राल वाली सामग्री से बनती हैं। एक समय था जब बीरभूम जिले के इलमबाजार क्षेत्र, बांकुरा जिले के बांकुरा और बिशुनपुर और मिदनापुर जिले के पटशपुर और एगरा क्षेत्रों के लाख गुड़िया कारीगर अपनी कला-कौशल के लिए जाने जाते थें। हालाँकि, वर्तमान में यह कला केवल पूर्वी मेदिनीपुर जिले में उन्नतिशील है और मुख्य रूप से महिसो और शंखबनी समुदाय के लोग इस शिल्प से जुड़े हैं। लाख गुड़िया कलाकारों को अक्सर, बहुत सस्ती और थोक में उपलब्ध प्लास्टिक की गुड़ियोँ के साथ प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है। ये गुड़ियाँ आज तक ओडिशा के पुरी और बारीपोडा में रथ यात्रा उत्सवों के दौरान बेची जाती हैं। ”