Type: अवनद्ध वाद्य
ढाक एक ताल वाद्य यंत्र है, जो लकड़ी और गाय के चमड़े से बना होता है। यह वाद्य यंत्र ज्यादातर उत्सवों में उपयोग किया जाता है और पश्चिम बंगाल में पाया जाता है। यह द्विपृष्ठीय ढोल ज्यादातर उत्सवों में, विशेष रूप से दुर्गा पूजा में उपयोग किया जाता है। इसे 'जय ढाक' भी कहा जाता है।
Material: लकड़ी, गाय का चमड़ा
यह लकड़ी से बना एक विशाल द्विपृष्ठीय ढोल होता है। इसके दोनों पृष्ठ गाय के चमड़े से ढके होते हैं। बजाते समय इसे कंधे से एक तरफ झुकी हुई अवस्था में लटकाया जाता है। इसके केवल एक ही पृष्ठ को दो मुड़ी हुई डंडियों की सहायता से बजाया जाता है। इसे ज्यादातर उत्सवों में, विशेष रूप से दुर्गा पूजा में उपयोग किया जाता है। इसे 'जय ढाक ' भी कहा जाता है।