Type: सुषिर वाद्य
“खांगलिंग सूखी हुई मानव हड्डियों, धातु, और काले चमड़े से बना एक वायु वाद्य यंत्र है। यह दुर्लभ वाद्य यंत्र लद्दाख में पाया जाता है। यह मुख्य रूप से बौद्ध मठों के 'लामाओं' द्वारा उनके अनुष्ठानिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
Material: “शुष्क मानव हड्डी, धातु, काला चमड़ा”
“काफी पुरानी और शुष्क मानव हड्डियों से बना एक दुर्लभ वाद्य यंत्र। ऊपरी छोर पर बजाने के लिए छेद से युक्त धातु की टोपी होती है। निचले सिरे पर मौजूद छेद काले चमड़े से ढके होते हैं। इसे छेद के द्वारा बजाया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से बौद्ध मठों के 'लामाओं' द्वारा उनके अनुष्ठानिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है।“