Author: टैगोर, रबींद्रनाथ
Keywords: रबींद्रनाथ टैगोर, रूपचित्र, छायाचित्र, शांतिनिकेतन
Publisher: विश्व-भारती, कलकत्ता
Description: जैसा कि नाम से पता चलता है, इस पुस्तक में रबींद्रनाथ टैगोर के चित्र हैं। रबींद्रनाथ टैगोर, जिन्हें भारतीय साहित्य और काव्य के साथ-साथ चित्रकला में भी उनके योगदान के लिए जाना जाता है, भारत के सबसे प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक हैं। यह पुस्तक पाठक को भारत, जापान और यहाँ तक कि टोक्यो में व्यतीत उनके जीवन के विभिन्न क्षणों के दर्शन कराती है। यह पुस्तक 1873 में कलकत्ता में खींची गई उनकी पहली तस्वीर से शुरू होती है और 1941 में शांतिनिकेतन में खींची गई उनकी कुछ आख़िरी तस्वीरों में से एक पर समाप्त होती है।
Source: राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: राष्ट्रीय पुस्तकालय
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टैगोर, रबींद्रनाथ |
dc.date.accessioned | 2014-03-11T05:55:25Z 2019-12-07T03:46:58Z |
dc.date.available | 2014-03-11T05:55:25Z 2019-12-07T03:46:58Z |
dc.description | जैसा कि नाम से पता चलता है, इस पुस्तक में रबींद्रनाथ टैगोर के चित्र हैं। रबींद्रनाथ टैगोर, जिन्हें भारतीय साहित्य और काव्य के साथ-साथ चित्रकला में भी उनके योगदान के लिए जाना जाता है, भारत के सबसे प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक हैं। यह पुस्तक पाठक को भारत, जापान और यहाँ तक कि टोक्यो में व्यतीत उनके जीवन के विभिन्न क्षणों के दर्शन कराती है। यह पुस्तक 1873 में कलकत्ता में खींची गई उनकी पहली तस्वीर से शुरू होती है और 1941 में शांतिनिकेतन में खींची गई उनकी कुछ आख़िरी तस्वीरों में से एक पर समाप्त होती है। |
dc.source | राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता |
dc.format.extent | 25 plates |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | विश्व-भारती, कलकत्ता |
dc.subject | रबींद्रनाथ टैगोर, रूपचित्र, छायाचित्र, शांतिनिकेतन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1951 |
dc.identifier.accessionnumber | 291428 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टैगोर, रबींद्रनाथ |
dc.date.accessioned | 2014-03-11T05:55:25Z 2019-12-07T03:46:58Z |
dc.date.available | 2014-03-11T05:55:25Z 2019-12-07T03:46:58Z |
dc.description | जैसा कि नाम से पता चलता है, इस पुस्तक में रबींद्रनाथ टैगोर के चित्र हैं। रबींद्रनाथ टैगोर, जिन्हें भारतीय साहित्य और काव्य के साथ-साथ चित्रकला में भी उनके योगदान के लिए जाना जाता है, भारत के सबसे प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक हैं। यह पुस्तक पाठक को भारत, जापान और यहाँ तक कि टोक्यो में व्यतीत उनके जीवन के विभिन्न क्षणों के दर्शन कराती है। यह पुस्तक 1873 में कलकत्ता में खींची गई उनकी पहली तस्वीर से शुरू होती है और 1941 में शांतिनिकेतन में खींची गई उनकी कुछ आख़िरी तस्वीरों में से एक पर समाप्त होती है। |
dc.source | राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता |
dc.format.extent | 25 plates |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | विश्व-भारती, कलकत्ता |
dc.subject | रबींद्रनाथ टैगोर, रूपचित्र, छायाचित्र, शांतिनिकेतन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1951 |
dc.identifier.accessionnumber | 291428 |
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