Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

बुद्धघोष पैरेबल्स

Keywords: बौद्ध धर्म, बर्मा, पाली साहित्य, अनुवाद, बुद्धघोष, नीतिकथा, बुद्ध की कहानियाँ

Publisher: ट्रबनर, लंदन

Description: यह पुस्तक बर्मी भाषा में अनुवादित नीतिकथाओं का संग्रह है, जो मूल रूप से पाली में लिखी गई थीं। ये नीतिकथाएँ बुद्धघोष की धर्मपद, अर्थात 'पुण्य मार्ग', पर टीका नामक कार्य का भाग हैं। बर्मा में बौद्ध धर्म की शुरुआत करने वाले बुद्धघोष को बौद्ध साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए माना जाता है। प्रोफ़ेसर मैक्स म्यूलर ने इस कार्य के माध्यम से धर्मपद के ज्ञान में योगदान दिया है जिसमें 423 छंद हैं और माना जाता है कि इसमें स्वयं बुद्ध के कथन हैं।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-19T06:15:46Z
dc.date.available 2018-07-19T06:15:46Z
dc.description यह पुस्तक बर्मी भाषा में अनुवादित नीतिकथाओं का संग्रह है, जो मूल रूप से पाली में लिखी गई थीं। ये नीतिकथाएँ बुद्धघोष की धर्मपद, अर्थात 'पुण्य मार्ग', पर टीका नामक कार्य का भाग हैं। बर्मा में बौद्ध धर्म की शुरुआत करने वाले बुद्धघोष को बौद्ध साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए माना जाता है। प्रोफ़ेसर मैक्स म्यूलर ने इस कार्य के माध्यम से धर्मपद के ज्ञान में योगदान दिया है जिसमें 423 छंद हैं और माना जाता है कि इसमें स्वयं बुद्ध के कथन हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent clxxii, 206p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher ट्रबनर, लंदन
dc.subject बौद्ध धर्म, बर्मा, पाली साहित्य, अनुवाद, बुद्धघोष, नीतिकथा, बुद्ध की कहानियाँ
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1870
dc.identifier.accessionnumber AS-000386
dc.format.medium text
dc.contributor.translator Rogers, T.
DC Field Value
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-19T06:15:46Z
dc.date.available 2018-07-19T06:15:46Z
dc.description यह पुस्तक बर्मी भाषा में अनुवादित नीतिकथाओं का संग्रह है, जो मूल रूप से पाली में लिखी गई थीं। ये नीतिकथाएँ बुद्धघोष की धर्मपद, अर्थात 'पुण्य मार्ग', पर टीका नामक कार्य का भाग हैं। बर्मा में बौद्ध धर्म की शुरुआत करने वाले बुद्धघोष को बौद्ध साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए माना जाता है। प्रोफ़ेसर मैक्स म्यूलर ने इस कार्य के माध्यम से धर्मपद के ज्ञान में योगदान दिया है जिसमें 423 छंद हैं और माना जाता है कि इसमें स्वयं बुद्ध के कथन हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent clxxii, 206p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher ट्रबनर, लंदन
dc.subject बौद्ध धर्म, बर्मा, पाली साहित्य, अनुवाद, बुद्धघोष, नीतिकथा, बुद्ध की कहानियाँ
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1870
dc.identifier.accessionnumber AS-000386
dc.format.medium text
dc.contributor.translator Rogers, T.