Author: प्रिंसेप, जेम्स
Keywords: मुद्राशास्त्र, सिक्के, बंगाल एशियाटिक सोसाइटी
Publisher: जॉन मरे, लंदन
Description: यह पुस्तक प्रसिद्ध अंग्रेज़ी विद्वान, जेम्स प्रिंसेप द्वारा लिखित निबंधों का संग्रह है। पुस्तक लेखक के संस्मरण से शुरू होती है, जो भारत में उनके जीवन और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है। इसमें मुद्राशास्त्र पर निबंधों का एक वर्ग भी है जो एशियाटिक सोसाइटी में विद्यमान प्राचीन रोम के सिक्कों और यूनानी सिक्कों पर चर्चा करता है। कुछ निबंध लेफ़्टिनेंट बर्न्स के सिक्कों के संग्रह, विभिन्न स्थानों पर खोजे गए विभिन्न प्रकार के सिक्कों, और ऐसे अन्य विषयों पर आधारित हैं। इस पुस्तक की विषय वस्तु सिक्कों के चित्रों द्वारा समर्थित है। इन निबंधों को बाद में एडवर्ड थॉमस द्वारा संपादित किया गया था।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | प्रिंसेप, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2018-07-27T09:16:50Z |
dc.date.available | 2018-07-27T09:16:50Z |
dc.description | यह पुस्तक प्रसिद्ध अंग्रेज़ी विद्वान, जेम्स प्रिंसेप द्वारा लिखित निबंधों का संग्रह है। पुस्तक लेखक के संस्मरण से शुरू होती है, जो भारत में उनके जीवन और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है। इसमें मुद्राशास्त्र पर निबंधों का एक वर्ग भी है जो एशियाटिक सोसाइटी में विद्यमान प्राचीन रोम के सिक्कों और यूनानी सिक्कों पर चर्चा करता है। कुछ निबंध लेफ़्टिनेंट बर्न्स के सिक्कों के संग्रह, विभिन्न स्थानों पर खोजे गए विभिन्न प्रकार के सिक्कों, और ऐसे अन्य विषयों पर आधारित हैं। इस पुस्तक की विषय वस्तु सिक्कों के चित्रों द्वारा समर्थित है। इन निबंधों को बाद में एडवर्ड थॉमस द्वारा संपादित किया गया था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xv, 263 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉन मरे, लंदन |
dc.subject | मुद्राशास्त्र, सिक्के, बंगाल एशियाटिक सोसाइटी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1858 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002731 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | प्रिंसेप, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2018-07-27T09:16:50Z |
dc.date.available | 2018-07-27T09:16:50Z |
dc.description | यह पुस्तक प्रसिद्ध अंग्रेज़ी विद्वान, जेम्स प्रिंसेप द्वारा लिखित निबंधों का संग्रह है। पुस्तक लेखक के संस्मरण से शुरू होती है, जो भारत में उनके जीवन और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है। इसमें मुद्राशास्त्र पर निबंधों का एक वर्ग भी है जो एशियाटिक सोसाइटी में विद्यमान प्राचीन रोम के सिक्कों और यूनानी सिक्कों पर चर्चा करता है। कुछ निबंध लेफ़्टिनेंट बर्न्स के सिक्कों के संग्रह, विभिन्न स्थानों पर खोजे गए विभिन्न प्रकार के सिक्कों, और ऐसे अन्य विषयों पर आधारित हैं। इस पुस्तक की विषय वस्तु सिक्कों के चित्रों द्वारा समर्थित है। इन निबंधों को बाद में एडवर्ड थॉमस द्वारा संपादित किया गया था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xv, 263 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉन मरे, लंदन |
dc.subject | मुद्राशास्त्र, सिक्के, बंगाल एशियाटिक सोसाइटी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1858 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002731 |
dc.format.medium | text |