Author: हफ़, जेम्स
Keywords: ईसाई धर्म, ईसवी काल, धर्म-प्रचारक, मालाबार चर्च, इतिहास
Publisher: आर.बी. सीली एंड डब्ल्यू. बर्नसाइड, लंदन
Description: जेम्स हफ़ द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईसवी काल के आरंभ से भारत में ईसाई धर्म का यथार्थपूर्ण इतिहास प्रस्तुत करती है। इस खंड में कुल मिलाकर छह पुस्तकें हैं और प्रत्येक पुस्तक ईसाई धर्म के एक अलग पहलू को परिभाषित करती है। यह भारतीय ईसाइयों की परंपरा और उनके उद्भव, गोवा से पूरे भारत में धर्म-प्रचारकों का विस्तार, मदुरा मिशन की शुरुआत, उसकी कार्यवाहियों के विरुद्ध अन्य वर्गों का विरोध, मालाबार चर्च का इतिहास, और भारत में गिरिजाघरों के निर्माण में हुए अन्य परिवर्धनों का वर्णन करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हफ़, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2017-05-02T09:38:41Z 2018-06-07T05:12:37Z |
dc.date.available | 2017-05-02T09:38:41Z 2018-06-07T05:12:37Z |
dc.description | जेम्स हफ़ द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईसवी काल के आरंभ से भारत में ईसाई धर्म का यथार्थपूर्ण इतिहास प्रस्तुत करती है। इस खंड में कुल मिलाकर छह पुस्तकें हैं और प्रत्येक पुस्तक ईसाई धर्म के एक अलग पहलू को परिभाषित करती है। यह भारतीय ईसाइयों की परंपरा और उनके उद्भव, गोवा से पूरे भारत में धर्म-प्रचारकों का विस्तार, मदुरा मिशन की शुरुआत, उसकी कार्यवाहियों के विरुद्ध अन्य वर्गों का विरोध, मालाबार चर्च का इतिहास, और भारत में गिरिजाघरों के निर्माण में हुए अन्य परिवर्धनों का वर्णन करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 692p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | आर.बी. सीली एंड डब्ल्यू. बर्नसाइड, लंदन |
dc.subject | ईसाई धर्म, ईसवी काल, धर्म-प्रचारक, मालाबार चर्च, इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1839 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000252 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हफ़, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2017-05-02T09:38:41Z 2018-06-07T05:12:37Z |
dc.date.available | 2017-05-02T09:38:41Z 2018-06-07T05:12:37Z |
dc.description | जेम्स हफ़ द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईसवी काल के आरंभ से भारत में ईसाई धर्म का यथार्थपूर्ण इतिहास प्रस्तुत करती है। इस खंड में कुल मिलाकर छह पुस्तकें हैं और प्रत्येक पुस्तक ईसाई धर्म के एक अलग पहलू को परिभाषित करती है। यह भारतीय ईसाइयों की परंपरा और उनके उद्भव, गोवा से पूरे भारत में धर्म-प्रचारकों का विस्तार, मदुरा मिशन की शुरुआत, उसकी कार्यवाहियों के विरुद्ध अन्य वर्गों का विरोध, मालाबार चर्च का इतिहास, और भारत में गिरिजाघरों के निर्माण में हुए अन्य परिवर्धनों का वर्णन करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 692p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | आर.बी. सीली एंड डब्ल्यू. बर्नसाइड, लंदन |
dc.subject | ईसाई धर्म, ईसवी काल, धर्म-प्रचारक, मालाबार चर्च, इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1839 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000252 |
dc.format.medium | text |