Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

डी मोंटेज़ एक्सचेंज कैलक्यूलेटर: स्टर्लिंग इंटू रूपीज़ एंड रूपीज़ इंटू स्टर्लिंग

Author: मोंटे, साल्वाडोर डी

Keywords: विनिमय दरें, मौद्रिक, मुद्रा, स्टर्लिंग, रुपए, व्यापारी, बैंक संचालक

Publisher: मेसर्स वोलकार्ट ब्रदर्स, बॉम्बे

Description: यह पुस्तक तब लिखी गई थी जब भारत और इंग्लैंड के बीच विनिमय की दरों में अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव था। इससे व्यापारियों और बैंक संचालकों पर काफ़ी प्रभाव पड़ा था तथा उन्हें स्टर्लिंग और रुपयों की समराशि का पता लगाने में कठिनाई होती थी। इस प्रकार, इस पुस्तक को उनके दैनिक विनिमय लेनदेन में मदद करने के लिए लिखा गया था। लेखक को उम्मीद थी कि जब भी विनिमय की दर में चुनौतियाँ या असाधारण परिवर्तन होंगे तो यह पुस्तक एक उपयोगी मार्गदर्शक के रूप में भी काम आएगी।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author मोंटे, साल्वाडोर डी
dc.date.accessioned 2017-05-11T06:39:26Z
2018-06-07T04:57:24Z
dc.date.available 2017-05-11T06:39:26Z
2018-06-07T04:57:24Z
dc.description यह पुस्तक तब लिखी गई थी जब भारत और इंग्लैंड के बीच विनिमय की दरों में अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव था। इससे व्यापारियों और बैंक संचालकों पर काफ़ी प्रभाव पड़ा था तथा उन्हें स्टर्लिंग और रुपयों की समराशि का पता लगाने में कठिनाई होती थी। इस प्रकार, इस पुस्तक को उनके दैनिक विनिमय लेनदेन में मदद करने के लिए लिखा गया था। लेखक को उम्मीद थी कि जब भी विनिमय की दर में चुनौतियाँ या असाधारण परिवर्तन होंगे तो यह पुस्तक एक उपयोगी मार्गदर्शक के रूप में भी काम आएगी।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 486p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मेसर्स वोलकार्ट ब्रदर्स, बॉम्बे
dc.subject विनिमय दरें, मौद्रिक, मुद्रा, स्टर्लिंग, रुपए, व्यापारी, बैंक संचालक
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1882
dc.identifier.accessionnumber AS-000847
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author मोंटे, साल्वाडोर डी
dc.date.accessioned 2017-05-11T06:39:26Z
2018-06-07T04:57:24Z
dc.date.available 2017-05-11T06:39:26Z
2018-06-07T04:57:24Z
dc.description यह पुस्तक तब लिखी गई थी जब भारत और इंग्लैंड के बीच विनिमय की दरों में अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव था। इससे व्यापारियों और बैंक संचालकों पर काफ़ी प्रभाव पड़ा था तथा उन्हें स्टर्लिंग और रुपयों की समराशि का पता लगाने में कठिनाई होती थी। इस प्रकार, इस पुस्तक को उनके दैनिक विनिमय लेनदेन में मदद करने के लिए लिखा गया था। लेखक को उम्मीद थी कि जब भी विनिमय की दर में चुनौतियाँ या असाधारण परिवर्तन होंगे तो यह पुस्तक एक उपयोगी मार्गदर्शक के रूप में भी काम आएगी।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 486p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मेसर्स वोलकार्ट ब्रदर्स, बॉम्बे
dc.subject विनिमय दरें, मौद्रिक, मुद्रा, स्टर्लिंग, रुपए, व्यापारी, बैंक संचालक
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1882
dc.identifier.accessionnumber AS-000847
dc.format.medium text