Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

एन इंडियन एफ़ेमेरिस ए.डी.700 टू ए. डी.1799 – द डेली सोलर एंड लूनर रेकनिंग अकॉर्डिंग टू द प्रिंसिपल सिस्टम्स करेंट इन इंडिया विद देयर इंग्लिश इक्विवलेंट्स

Author: पिल्लई, एल.डी. स्वामिकन्नु

Keywords: एफ़ेमेरिड्स, भारत

Publisher: अधीक्षक, सरकारी प्रेस, मद्रास

Description: एल.डी. स्वामीकन्नु पिल्लई द्वारा लिखित, यह कार्य युगों, तिथियों, नक्षत्रों, आदि की गणना के लिए उनके द्वारा लिखित 'इंडियन क्रोनोलॉजी' [भारतीय कालक्रम] (1911) में वर्णित सिद्धांतों और विधियों का परिणाम है। इस खंड में संदर्भों को सुविधाजनक बनाने के लिए, इन सिद्धांतों को फिर से बताया गया है, जो व्यावहारिक रूप से 'इंडियन क्रोनोलॉजी' का संशोधित और विस्तृत संस्करण है। यह पूरा काम, अपने पहले सात खंडों में, एक हजार तीन सौ वर्षों, अर्थात् 1 जनवरी 700 ईस्वी से लेकर 31 दिसंबर 1799 ईस्वी तक, को समाविष्ट करने का लक्ष्य रखता है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author पिल्लई, एल.डी. स्वामिकन्नु
dc.date.accessioned 2019-02-23T12:36:27Z
dc.date.available 2019-02-23T12:36:27Z
dc.description एल.डी. स्वामीकन्नु पिल्लई द्वारा लिखित, यह कार्य युगों, तिथियों, नक्षत्रों, आदि की गणना के लिए उनके द्वारा लिखित 'इंडियन क्रोनोलॉजी' [भारतीय कालक्रम] (1911) में वर्णित सिद्धांतों और विधियों का परिणाम है। इस खंड में संदर्भों को सुविधाजनक बनाने के लिए, इन सिद्धांतों को फिर से बताया गया है, जो व्यावहारिक रूप से 'इंडियन क्रोनोलॉजी' का संशोधित और विस्तृत संस्करण है। यह पूरा काम, अपने पहले सात खंडों में, एक हजार तीन सौ वर्षों, अर्थात् 1 जनवरी 700 ईस्वी से लेकर 31 दिसंबर 1799 ईस्वी तक, को समाविष्ट करने का लक्ष्य रखता है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent V.VI
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher अधीक्षक, सरकारी प्रेस, मद्रास
dc.subject एफ़ेमेरिड्स, भारत
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1922
dc.identifier.accessionnumber AS-001704
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author पिल्लई, एल.डी. स्वामिकन्नु
dc.date.accessioned 2019-02-23T12:36:27Z
dc.date.available 2019-02-23T12:36:27Z
dc.description एल.डी. स्वामीकन्नु पिल्लई द्वारा लिखित, यह कार्य युगों, तिथियों, नक्षत्रों, आदि की गणना के लिए उनके द्वारा लिखित 'इंडियन क्रोनोलॉजी' [भारतीय कालक्रम] (1911) में वर्णित सिद्धांतों और विधियों का परिणाम है। इस खंड में संदर्भों को सुविधाजनक बनाने के लिए, इन सिद्धांतों को फिर से बताया गया है, जो व्यावहारिक रूप से 'इंडियन क्रोनोलॉजी' का संशोधित और विस्तृत संस्करण है। यह पूरा काम, अपने पहले सात खंडों में, एक हजार तीन सौ वर्षों, अर्थात् 1 जनवरी 700 ईस्वी से लेकर 31 दिसंबर 1799 ईस्वी तक, को समाविष्ट करने का लक्ष्य रखता है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent V.VI
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher अधीक्षक, सरकारी प्रेस, मद्रास
dc.subject एफ़ेमेरिड्स, भारत
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1922
dc.identifier.accessionnumber AS-001704
dc.format.medium text