Author: फ़ॉस्टर, विलियम
Keywords: व्यापर, कारख़ानें, मसूलीपटनम, सूरत, ईस्ट इंडिया कंपनी
Publisher: क्लैरेंडन प्रेस, लंदन
Description: विलियम फ़ॉस्टर द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1637 से 1641 तक की पाँच साल की अवधि में स्थापित कारख़ानों से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर केंद्रित है। पुस्तक की शुरुआत अंग्रेज़ी उपनिवेशणों में होने वाली घटनाओं की श्रृंखला से होती है। इस पुस्तक में सूरत में वायसरॉयों, राजाओं, लोकप्रिय व्यापारियों, सौदागरों और कंपनी परिषद के बीच आदान-प्रदान किए गए पत्रों का एक संग्रह भी है। यह पत्र और अन्य दस्तावेज़ व्यापार, व्यापारिक वस्तुओं और अन्य संबंधित मुद्दों का विस्तृत वर्णन प्रदान करते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़ॉस्टर, विलियम |
dc.date.accessioned | 2017-05-15T06:56:43Z 2018-06-07T03:19:03Z |
dc.date.available | 2017-05-15T06:56:43Z 2018-06-07T03:19:03Z |
dc.description | विलियम फ़ॉस्टर द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1637 से 1641 तक की पाँच साल की अवधि में स्थापित कारख़ानों से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर केंद्रित है। पुस्तक की शुरुआत अंग्रेज़ी उपनिवेशणों में होने वाली घटनाओं की श्रृंखला से होती है। इस पुस्तक में सूरत में वायसरॉयों, राजाओं, लोकप्रिय व्यापारियों, सौदागरों और कंपनी परिषद के बीच आदान-प्रदान किए गए पत्रों का एक संग्रह भी है। यह पत्र और अन्य दस्तावेज़ व्यापार, व्यापारिक वस्तुओं और अन्य संबंधित मुद्दों का विस्तृत वर्णन प्रदान करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xlvi, 339p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | क्लैरेंडन प्रेस, लंदन |
dc.subject | व्यापर, कारख़ानें, मसूलीपटनम, सूरत, ईस्ट इंडिया कंपनी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1912 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003036 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़ॉस्टर, विलियम |
dc.date.accessioned | 2017-05-15T06:56:43Z 2018-06-07T03:19:03Z |
dc.date.available | 2017-05-15T06:56:43Z 2018-06-07T03:19:03Z |
dc.description | विलियम फ़ॉस्टर द्वारा लिखित, यह पुस्तक ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा 1637 से 1641 तक की पाँच साल की अवधि में स्थापित कारख़ानों से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर केंद्रित है। पुस्तक की शुरुआत अंग्रेज़ी उपनिवेशणों में होने वाली घटनाओं की श्रृंखला से होती है। इस पुस्तक में सूरत में वायसरॉयों, राजाओं, लोकप्रिय व्यापारियों, सौदागरों और कंपनी परिषद के बीच आदान-प्रदान किए गए पत्रों का एक संग्रह भी है। यह पत्र और अन्य दस्तावेज़ व्यापार, व्यापारिक वस्तुओं और अन्य संबंधित मुद्दों का विस्तृत वर्णन प्रदान करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xlvi, 339p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | क्लैरेंडन प्रेस, लंदन |
dc.subject | व्यापर, कारख़ानें, मसूलीपटनम, सूरत, ईस्ट इंडिया कंपनी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1912 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003036 |
dc.format.medium | text |