Author: हटन, जे.एच.
Keywords: भारत में जाति व्यवस्था का इतिहास
Publisher: ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, लंदन
Description: जे एच हटन की यह पुस्तक भारत में जातियों की एक विस्तृत प्रस्तुति है। पुस्तक में चार भाग और बारह अध्याय हैं। लेखक ने पहले अध्याय में दक्षिणी, पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और उत्तरी भारत से संबंधित जातियों का परिचयात्मक विवरण प्रस्तुत किया है। इस बीच, इस पुस्तक का दूसरा भाग भारत में जाति की संरचना, प्रतिबंधों और कार्यों से संबंधित है। भाग III, भारत के अनुरूप, उपमहाद्वीप के बाहर की जातियों के संस्थानों से संबंधित है। इसमें भारत में जाति व्यवस्था के पारंपरिक उद्भव के साथ-साथ इसके निहितार्थों पर भी एक अध्याय है। हटन द्वारा जातियों पर किया गया यह कार्य जाति व्यवस्था की स्पष्ट समझ और इसके आविर्भाव के पीछे के कई कारक प्रदान करता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हटन, जे.एच. |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T12:55:35Z |
dc.date.available | 2018-07-25T12:55:35Z |
dc.description | जे एच हटन की यह पुस्तक भारत में जातियों की एक विस्तृत प्रस्तुति है। पुस्तक में चार भाग और बारह अध्याय हैं। लेखक ने पहले अध्याय में दक्षिणी, पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और उत्तरी भारत से संबंधित जातियों का परिचयात्मक विवरण प्रस्तुत किया है। इस बीच, इस पुस्तक का दूसरा भाग भारत में जाति की संरचना, प्रतिबंधों और कार्यों से संबंधित है। भाग III, भारत के अनुरूप, उपमहाद्वीप के बाहर की जातियों के संस्थानों से संबंधित है। इसमें भारत में जाति व्यवस्था के पारंपरिक उद्भव के साथ-साथ इसके निहितार्थों पर भी एक अध्याय है। हटन द्वारा जातियों पर किया गया यह कार्य जाति व्यवस्था की स्पष्ट समझ और इसके आविर्भाव के पीछे के कई कारक प्रदान करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xvi, 323 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, लंदन |
dc.subject | भारत में जाति व्यवस्था का इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1969 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-012014 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हटन, जे.एच. |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T12:55:35Z |
dc.date.available | 2018-07-25T12:55:35Z |
dc.description | जे एच हटन की यह पुस्तक भारत में जातियों की एक विस्तृत प्रस्तुति है। पुस्तक में चार भाग और बारह अध्याय हैं। लेखक ने पहले अध्याय में दक्षिणी, पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और उत्तरी भारत से संबंधित जातियों का परिचयात्मक विवरण प्रस्तुत किया है। इस बीच, इस पुस्तक का दूसरा भाग भारत में जाति की संरचना, प्रतिबंधों और कार्यों से संबंधित है। भाग III, भारत के अनुरूप, उपमहाद्वीप के बाहर की जातियों के संस्थानों से संबंधित है। इसमें भारत में जाति व्यवस्था के पारंपरिक उद्भव के साथ-साथ इसके निहितार्थों पर भी एक अध्याय है। हटन द्वारा जातियों पर किया गया यह कार्य जाति व्यवस्था की स्पष्ट समझ और इसके आविर्भाव के पीछे के कई कारक प्रदान करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xvi, 323 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, लंदन |
dc.subject | भारत में जाति व्यवस्था का इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1969 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-012014 |
dc.format.medium | text |