Author: विश्वेश्वरानंद, स्वामी
नित्यानंद, स्वामी
Keywords: वेद, यजुर्वेद, संस्कृत, भाषा विज्ञान, वैदिक साहित्य, वैदिक इतिहास, हिंदू धर्म
Publisher: निर्णय-सागर प्रेस, बॉम्बे
Description: स्वामी विश्वेश्वारानंद और स्वामी नित्यानंद द्वारा संकलित, यह पुस्तक यजुर्वेद में प्रयुक्त शब्दों की संपूर्ण वर्णक्रमानुसार सूची प्रदान करती है। यह यजुर्वेद के वास्तविक पाठ में शब्दों का पता लगाने में बहुत उपयोगी है। चूंकि हिंदू धर्म की उत्पत्ति वेदों से हुई है, इसलिए लेखकों ने महसूस किया कि हिंदू समुदाय की स्थितियों को सुधारने का सही रास्ता यही हो कि उन्हें वेदों के सही विचारों के बारे में बताया जाए।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | विश्वेश्वरानंद, स्वामी नित्यानंद, स्वामी |
dc.date.accessioned | 2019-02-21T12:43:40Z |
dc.date.available | 2019-02-21T12:43:40Z |
dc.description | स्वामी विश्वेश्वारानंद और स्वामी नित्यानंद द्वारा संकलित, यह पुस्तक यजुर्वेद में प्रयुक्त शब्दों की संपूर्ण वर्णक्रमानुसार सूची प्रदान करती है। यह यजुर्वेद के वास्तविक पाठ में शब्दों का पता लगाने में बहुत उपयोगी है। चूंकि हिंदू धर्म की उत्पत्ति वेदों से हुई है, इसलिए लेखकों ने महसूस किया कि हिंदू समुदाय की स्थितियों को सुधारने का सही रास्ता यही हो कि उन्हें वेदों के सही विचारों के बारे में बताया जाए। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 115p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | निर्णय-सागर प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | वेद, यजुर्वेद, संस्कृत, भाषा विज्ञान, वैदिक साहित्य, वैदिक इतिहास, हिंदू धर्म |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1908 |
dc.identifier.accessionnumber | As-000358 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | विश्वेश्वरानंद, स्वामी नित्यानंद, स्वामी |
dc.date.accessioned | 2019-02-21T12:43:40Z |
dc.date.available | 2019-02-21T12:43:40Z |
dc.description | स्वामी विश्वेश्वारानंद और स्वामी नित्यानंद द्वारा संकलित, यह पुस्तक यजुर्वेद में प्रयुक्त शब्दों की संपूर्ण वर्णक्रमानुसार सूची प्रदान करती है। यह यजुर्वेद के वास्तविक पाठ में शब्दों का पता लगाने में बहुत उपयोगी है। चूंकि हिंदू धर्म की उत्पत्ति वेदों से हुई है, इसलिए लेखकों ने महसूस किया कि हिंदू समुदाय की स्थितियों को सुधारने का सही रास्ता यही हो कि उन्हें वेदों के सही विचारों के बारे में बताया जाए। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 115p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | निर्णय-सागर प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | वेद, यजुर्वेद, संस्कृत, भाषा विज्ञान, वैदिक साहित्य, वैदिक इतिहास, हिंदू धर्म |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1908 |
dc.identifier.accessionnumber | As-000358 |
dc.format.medium | text |