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दिमडी

Type: अवनद्ध वाद्य

दिमडी लकड़ी, चमड़े, और धातु से बना एक ताल वाद्य यंत्र है। यह लोक वाद्य यंत्र महाराष्ट्र में पाया जाता है। यद्यपि यह प्रायः एकल वाद्य यंत्र के रूप में उपयोग किया जाता है, इसे अन्य वाद्य यंत्रों के साथ संगत के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।



महाराष्ट्र में दिमडी

Material: लकड़ी, चमड़ा, धातु

“यह एक गोलाकार ढाँचे से युक्त ढोल होता है, जिसकी चौड़ाई लगभग 7-8 इंच और गहराई 2-4 इंच होती है। इसका एक पृष्ठ चमड़े से ढका होता है जबकि दूसरा पृष्ठ खुला छोड़ दिया जाता है। दिमडी को दाहिने हाथ की हथेली और उंगलियों से बजाया जाता है, जबकि बायाँ हाथ इस ढोल को सहारा प्रदान करता है। इसमें लगे चमड़े पर पड़ रहे दबाव को कम या ज़्यादा करके इसकी ताल में बदलाव किया जा सकता है। यह कंजीरे के समान ही एकल ढोल की तरह होता है। यद्यपि यह प्रायः एकल वाद्य यंत्र के रूप में उपयोग किया जाता है, इसे अन्य वाद्य यंत्रों के साथ संगत के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।”